फर्जी इ उत्तर प्रदेश : प्रदेश: विनोद यादव भोजपुरी जगत का जाना माना नाम हैं। विनोद को फैंस उनकी फिल्मों को देखना काफी पसंद करते हैं। पिछले कई दिनों से अभिनेता कानूनी-पचड़ों में पड़े हुए हैं। अब एक बार फिर विनोद को अरेस्ट कर लिया गया है। आरोप है कि उन्होंने पहले फर्जी अस्पताल चलाकर अपना नाम खराब किया था और अब उन्होंने पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम पर 600 स्टूडेंट्स की लाइफ खराब कर दी है। तो चलिए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से विनोद काफी चर्चा में चल रहे हैं, वजह है उनका गैरकानूनी काम करना। विनोद पर आरोप है कि वह एक फर्जी इंस्टीट्यूट चला रहे थे। आरोप है कि बरेली के इस इंस्टीट्यूट में किसी भी स्टूडेंट बिना सेमेस्टर एग्जाम के ही अगली क्लास में एडमिशन मिल जाता था। जब कई स्टूडेंट्स ने एग्जाम्स को लेकर दबाव बनाया तो उनसे यह कहा जाता था कि परीक्षा जल्द होगी। इस तरह बिना किसी परीक्षा और रिजल्ट के मेडिकल शिक्षा के नाम पर कई साल से यह काला धंधा चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीलीभीत रोड में बन्नुवाल कालोनी में चल रहे पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट पर काफी दिन बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। पुलिस ने इंस्टीट्यूट से जब बच्चों के वैध कागज मांगे तो उनके पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं था। यहां कई साल से फर्जीवाड़ा चल रह रहा था।
स्टूडेंट्स के फर्जी रजिस्ट्रेशन किया जाता था। यही नहीं, इन लोगों ने छात्रों को फर्जी डिग्री भी देनी शुरू कर दी थी। कई लोगों ने मिलकर इस इंस्टिट्यूट के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी, जिसके बाद सीएम कार्यालय से मामले की जांच कर दोषियों को पकड़ने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे। ऐसे में पुलिस ने विनोद यादव को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले का जानकारी देते हुए पुलिस की तरफ से बताया गया कि इस इंस्टीट्यूट में किसी भी कोर्स के लिए कोई तय फीस नहीं थी। यह सारा काम दलाल लोग करते थे। वह लोगों को अपने जाल में फंसा कर यहां लाते थे और अपना कमीशन लेकर चंपत हो जाते थे। ऐसे में कई कोर्स के लिए लाखों रुपये फीस के नाम पर इन्होंने छात्रों को लूटा है।