18 साल से फरार 1992 दंगे का मास्टरमाइंड तबरेज मंसूरी गिरफ्तार

आरोपी तबरेज पर हत्या, हत्या का प्रयास, हथियार रखने,दंगा फैलाने सहित 10 से ज्यादा मामले दर्ज है.

स्वाभिमान भारत : मुंबई की दिंडोशी पुलिस ने शातिर अपराधी तबरेज मंसूरी को दिंडोशी कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया जो मुंबई 1992 में हुए दंगे का मास्टरमाइंड था. उसने दिंडोशी पुलिस स्टेशन में कार्यरत एक पुलिसकर्मी को मारा था. पुलिस अधिकारी दत्तात्रय धोंडू कदम (38) की शिकायत के आधार पर दिंडोशी पुलिस में आठ दिसंबर को मामला दर्ज किया गया था। इस अपराध में कुल 9 आरोपियों के खिलाफ सत्र न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया था. शातिर अपराधी तबरेज मंसूरी पर मुंबई के अलग अलग पुलिस स्टेशनों में 10 संगीन जुर्म दर्ज है. तबरेज के ऊपर हत्या,हत्या का प्रयास,हथियार रखने के 4 गुनाह दर्ज हुआ है. यह आरोपी इतना शातिर है कि यह हर जगह अलग अलग नामों से अपनी पहचान छुपाकर रखता था.
दिंडोशी पुलिस स्टेशन के सीनियर पीआई जीवन खरात ने बताया कि मुंबई में हुए 1992 के दंगे जिसमें से आरोपी तबरेज मंसूरी दिंडोशी के इलाके में दंगा भड़काकर एक पुलिस अधिकारी को मारा था इसके अलावा 8 और आरोपी थे जिसमें दो अभियुक्तों को सत्र न्यायालय ने बरी कर दिया और एक अभियुक्त की मृत्यु हो गई. इस अपराध में मुंबई सत्र अदालत ने 2004 में छह अभियुक्तों को भगोड़ा घोषित कर दिया था और उनके लिए वारंट जारी किया था क्योंकि वे अदालत में पेश नहीं हुए थे. इस अपराध में मास्टरमाइंड आरोपी नंबर 8 का नाम तबरेज अजीम खान उर्फ ​​मंसूरी था. जो कभी कोर्ट नही गया और पहचान बदलकर छुपा हुआ था.इस फरार आरोपी की तलाश में पिछले 18 साल से दिंडोशी पुलिस कर रही थी. कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद इसकी सूचना पुलिस उपनिरीक्षक नितिन सवणे को मिली. तदनुसार, उनकी टीम ने तकनीकी कौशल का उपयोग करते हुए आरोपी को 10 दिसंबर को दिंडोशी कोर्ट के पास बस डिपो से पूछताछ के बहाने पुलिस स्टेशन लेकर आये. तबरेज ने पहले दिंडोशी पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने इसका रिकॉर्ड निकाला तो पता चला कि शातिर आरोपी है. गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ दर्ज अपराध की जांच में अपराध में उसकी संलिप्तता का खुलासा हुआ है.

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