पहला जत्था पहुंचा बाबा बर्फानी के चरणों में पूजा-अर्चना के बाद बम भोले के जयघोष से गूंजी घाटी

मुंबई : अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा में पहुंचकर पूजा अर्चना की। अमरनाथ गुफा के पास पहुंचने के दौरान सभी भक्त उत्साहित दिखे। लगातार बाबा के जयघोष से पूरी घाटी गुंजायमान हो उठी। शनिवार तड़के बालटाल से गांदरबल के आयुक्त श्यामबीर ने इस पहले दल को झंडी दिखाकर पवित्र गुफा की तरफ रवाना किया था। पहले दल में करीब 1500 के करीब यात्री शामिल हैं। भक्तों ने इस दल ने जम्मू के आधार शिविर भगवती नगर से शुक्रवार सुबह बम-बम भोले और जय बाबा बर्फानी के जयघोष के बीच अपनी यात्रा शामिल की थी। देशभर से आए भक्तों में अमरनाथ यात्रा को लेकर भारी उत्साह है। बाबा भोले के भक्तों में पुरुष, महिला, साधु-संन्यासी के साथ ही मंगलामुखी भी शामिल हैं। साध्वी भी बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए आतुर दिख रही हैं। पूरे रास्ते भर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। अमरनाथ यात्रा पूरे उत्साह के साथ चल रही है। दूसरे दिन जम्मू आधार शिविर भगवती नगर से 4,400 से अधिक तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कश्मीर के लिए रवाना हुआ। तीर्थयात्री सुबह 188 वाहनों के काफिले में आधार शिविर से भेजे गए। इसके साथ ही जम्मू आधार शिविर से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7904 तक पहुंच गई है। अधिकारियों ने बताया कि 2733 श्रद्धालु सुबह 4.50 बजे पहलगाम के लिए 94 वाहनों में रवाना हुए, जबकि 1,683 तीर्थयात्री 92 वाहनों में बालटाल आधार शिविर के लिए भेजे गए।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को भगवती नगर आधार शिविर से अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 62 दिवसीय तीर्थयात्रा शनिवार को कश्मीर से दोनों मार्गों से शुरू हुई। इसमें अनंतनाग जिले में स्थित पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग शामिल है। राजस्थान के सुरिंदर जोशी (62) ने अमरनाथ के लिए रवाना होने पर खुशी जताई। कहा कि वह पवित्र हिम लिंग की प्रार्थना करने के लिए उत्सुक हैं। वह अपनी पत्नी कुसुम के साथ तीर्थयात्रा पर जा रहे हैं। वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए भगवती नगर आधार शिविर और उसके आसपास की सुरक्षा कड़ी की गई है। पूरे जम्मू में 33 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं। तीर्थयात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए पांच काउंटर स्थापित किए गए हैं। तीर्थयात्रा के लिए अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
(अहेवाल दिलीप पटेल )